नशे की अँधेरी गली में जलते घरों के चिराग़ :डा. शीशपाल हरडू
आज भौतिकवादी और प्रतिस्पर्धा के युग में ज़िन्दगी की भागमभाग और बढ़ते
काम के बोझ के चलते लोग अब राहत व आराम पाने के नाम पर गलत आदतों के शिकार हो रहे
है I नशा इसका एक सरल व सकूनभरा रास्ता प्रतीत होता है और इसके आग़ोश में समा रहे
है , परन्तु इस राह के मुसाफ़िर यह नहीं जानते की यह रास्ता उस अँधेरी गुफ़ा की और
जा रहा है जिसमें खोकर उनके परिवार की
मान-मर्यादा, यश-कीर्ति, धन-दौलत, जमीन-जायदाद के साथ साथ शारीर और स्वास्थ्य सब
कुछ खत्म हो जायेगा I नशे का दानव उस नशेड़ी व्यक्ति को ही नहीं, उसके पुरे परिवार
को भी खत्म कर देता है I इसे दुर्भाग्य ही कहा जायेगा की आज की युवा पीढ़ी नशे के
चंगुल में फंसकर अपना सर्वस्व नष्ट करने पर तुली है और तरह तरह के नशे कर रही है I
नशे के आदी युवा झूठ तो बोलता ही है परन्तु जब चोरी-चकारी और लूट-पाट की राह पकड
ले तो उस समाज और देश के भविष्य की सहज ही कल्पना की जा सकती है I नशे के बारे में
विज्ञानं द्वारा सिद्ध सिद्धांत की नशे की लत मौत का खत यानि बे-वक्त मौत को
आमन्त्रण होता है फिर भी युवा इस और जा कर अपना जीवन बर्बाद कर रहे है I एक बिडम्बना यह भी है की उतरी भारत विशेषतौर पर पाकिस्तान के
साथ लगता इलाका इसकी भयंकर चपेट में है, ऐसे में इस क्षेत्र के लोगों की नैतिक
जिम्मेदारी बनती है की वे अपने क्षेत्र के युवा साथियों और विद्यार्थियों को
नशामुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित करें, उन्हें योग, खेल, चेतना शिविर,
मनोवैज्ञानिक सलाह और चिकित्सा सुविधा के साथ जोड़ कर नशे के भयावह से दूर करने में
सहयोग करें और स्वस्थ व सुखमयी दुनिया से उनका परिचय करवाए I हमारा हरडू मिलन मिशन
चाहता है कि नशे का अंधकार किसी घर को न छू पाए और स्वस्थ व नशामुक्त जीवन का दीपक
सदा जगमगाता रहे तथा हमारा युवा नशे से पूर्णतया दूर रहे I आओ हम संकल्प ले कि
हमारे समाज से नशे को जड़ से खत्म करे और युवा साथियों को नशे से बचाये I
09/03/2015
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